
प्रीति ने याचिका में मोहित को आईपीएल फ्रेंचाइजी में अपने शेयरों का एक हिस्सा किसी अन्य पार्टी को बेचने से रोकने का अनुरोध किया है। अब इस मामले की सुनवाई 20 अगस्त को होनी है। ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रीति ने मध्यस्थता और सुलह अधिनियम-1996 की धारा 9 के तहत कोर्ट से अंतरिम उपाय और निर्देश की मांग की है। बर्मन के पास केपीएच ड्रीम क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है।
वह 48 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ फ्रेंचाइजी के सबसे बड़े शेयरधारक हैं जबकि जिंटा और नेस वाडिया के पास 23-23 प्रतिशत शेयर हैं। शेष शेयर चौथे मालिक करण पॉल के पास हैं। बर्मन आयुर्वेदिक और FMCG कंपनी डाबर के चेयरमैन हैं। वह कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) की फ्रेंचाइजी सेंट लूसिया किंग्स के निदेशक और सह-मालिक भी हैं।
मोहित बर्मन ने शेयर बेचने की खबरों को किया ख़ारिज
ऐसा कहा जा रहा है कि, बर्मन अपने 11.5 प्रतिशत शेयर किसी तीसरे पक्ष को बेचना चाह रहे हैं, जिसका प्रीति विरोध कर रही हैं। हालांकि, वह अपने शेयरों का एक हिस्सा किसे बेचना चाहते हैं? फिलहाल यह क्लियर नहीं है। वैसे, बर्मन ने शेयर बेचने की खबरों का खंडन किया है।
क्रिकबज के मुताबिक, बर्मन ने कहा, ”मेरा शेयर बेचने का कोई प्लान नहीं है।” बर्मन के शेयर बेचने की योजना से इनकार करने के बावजूद मामले को लेकर अनिश्चित बनी हुई है। प्रीति और वाडिया ने जवाब नहीं दिया है। गौरतलब है कि पंजाब फ्रेंजाइजी का प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है। पंजाब टीम आईपीएल के 17 सालों के इतिहास में महज एक बार फाइनल में पहुंची है।