
Marnus Labuschagne and Steve Smith. (Image Source: Getty Images)
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने टीम में बदलाव की जरूरत जताई थी। इस दिशा में पहला बड़ा फैसला स्टार बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को लेकर लिया गया, जिन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। ऑस्ट्रेलिया 25 जून 2025 से वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ डब्ल्यूटीसी 2025-27 चक्र की शुरुआत करेगा। पहला टेस्ट बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में खेला जाएगा। इसके अलावा, डब्ल्यूटीसी फाइनल में चोटिल हुए स्टीव स्मिथ भी इस मैच से बाहर हैं, जैसा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पुष्टि की है।
लाबुशेन की खराब फॉर्म का खामियाजा
मार्नस लाबुशेन का टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन हाल के वर्षों में लगातार गिरता गया है। 2023 में उनका बल्लेबाजी औसत 34.91 रहा, जो 2024 में और घटकर 30.93 हो गया। 2025 में अब तक खेले चार टेस्ट में उनका औसत लगभग 16 रन प्रति पारी रहा। डब्ल्यूटीसी फाइनल में ओपनर के तौर पर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 17 और 22 रन बनाए, जिससे चयनकर्ताओं का धैर्य जवाब दे गया।
चयनकर्ता जॉर्ज बेली का बयान
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चयन अध्यक्ष जॉर्ज बेली ने कहा, “अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में मार्नस इस टीम के लिए बेहद अहम खिलाड़ी हैं। वे जानते हैं कि उनका प्रदर्शन उस स्तर पर नहीं रहा, जिसकी उनसे या हमसे अपेक्षा थी। हम उनके साथ उनके खेल के उन पहलुओं पर काम करेंगे, जिन्हें बेहतर करने की जरूरत है। हम उनके कौशल को महत्व देते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे इन चुनौतियों का सकारात्मक जवाब देंगे।”
स्मिथ की चोट और संभावित वापसी
स्टीव स्मिथ को डब्ल्यूटीसी फाइनल में चोट लगी थी, जिसके कारण वे पहले टेस्ट से बाहर हैं। उन्होंने सर्जरी से बचने का फैसला किया और वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम के साथ गए हैं, लेकिन उन्हें आठ सप्ताह तक स्प्लिंट पहनने की सलाह दी गई है। अगर स्प्लिंट उनकी बल्लेबाजी को प्रभावित नहीं करता, तो वे 3 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में वापसी कर सकते हैं।
नए चेहरों को मौका
लाबुशेन और स्मिथ की गैरमौजूदगी में युवा बल्लेबाज सैम कोनस्टास और जोश इंग्लिस को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। कोनस्टास ने पिछले साल भारत के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक बनाया था, जबकि इंग्लिस ने श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में शतक जड़ा था। ये दोनों खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को मजबूती दे सकते हैं।