
Shubman Gill (Photo Source: X)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने स्वीकार किया कि वह शुरू में शुभमन गिल को भारत का टेस्ट कप्तान बनाए जाने के खिलाफ थे और उनकी पसंद जसप्रीत बुमराह थे। हालांकि, हेडिंग्ले में इइंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन गिल के शानदार और आत्मविश्वास भरे शतक के बाद, मांजरेकर ने 25 वर्षीय खिलाड़ी के शानदार स्वभाव और तकनीकी सुधार की तारीफ की।
बुमराह ने कप्तानी से क्यों लिया नाम वापस
जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में पुष्टि की कि वह कप्तानी की दौड़ में थे, लेकिन उन्होंने बीसीसीआई से विशेष अनुरोध के साथ खुद को इससे अलग कर लिया। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान लगी गंभीर पीठ की चोट से उबरने के कारण उनका शरीर लगातार पांच टेस्ट खेलने की अनुमति नहीं देता।
गिल की कप्तानी पर मांजरेकर का शुरुआती संदेह
मैच सेंटर लाइव पर दिन का खेल खत्म होने के बाद मांजरेकर ने कहा, “जब गिल को कप्तान बनाया गया, मैं इसके खिलाफ था। मुझे लगता था कि जसप्रीत बुमराह अधिक तार्किक और बेहतर विकल्प होते, बिना भविष्य के बारे में ज्यादा सोचे। उस समय मुझे यह फैसला सही नहीं लगा। लेकिन क्या शुभमन गिल कप्तान के रूप में असफल होने वाले थे? बिल्कुल नहीं।”
गिल की तकनीकी मजबूती ने प्रभावित किया
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज मांजरेकर गिल की तकनीकी दृढ़ता से खास तौर पर प्रभावित हुए, जो उनके शतक में अहम रही। उन्होंने कहा, “हम जानते थे कि गिल कप्तानी का तनाव अपनी बल्लेबाजी पर हावी नहीं होने देंगे। उनकी एकमात्र चिंता विदेशी परिस्थितियों में उनकी विकसित हो रही तकनीक थी। लेकिन आज, उन्होंने उन तकनीकी कमियों को दूर किया, जो पहले उन्हें विदेश में बड़ा शतक बनाने से रोकती थीं। हां, पिच अच्छी थी और गेंदबाजी बहुत चुनौतीपूर्ण नहीं थी, लेकिन तकनीकी खामियों को ठीक करने के बाद उनकी प्रतिभा और स्वभाव उनकी ताकत के रूप में उभरकर सामने आए।”