
Jasprit Bumrah (Image Credit- Twitter X)
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद, अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टेस्ट टीम का कप्तान बनने की रेस में सबसे आगे थे। क्योंकि वह रोहित के साथ कई दौरे पर उपकप्तान की भूमिका निभा चुके थे।
हालांकि, भारतीय टीम मैनेजमेंट व बीसीसीआई सेलेक्शन कमिटी ने सभी को चौंकाते हुए 26 वर्षीय शुभमन गिल को टेस्ट टीम की कमान सौंप दी। गिल का कप्तान के तौर पर पहला काम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में शुरू होगा। इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून को लीड्स के हेडिंग्ली मैदान पर खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच से होगी।
तो वहीं, अब इस टेस्ट सीरीज के शुरू होने से पहले जसप्रीत बुमराह ने खुद उस राज से पर्दा उठा दिया है, कि आखिर क्यों उन्होंने टेस्ट टीम का कप्तान बनना स्वीकार नहीं किया। बुमराह ने हाल में ही दिए अपने एक बयान में कहा है कि वर्कलोड के चलते उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।
जसप्रीत बुमराह ने किया बड़ा खुलासा
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैच की टेस्ट सीरीज के शुरू होने से पहले जसप्रीत बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा- रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिटायर होने से पहले, आईपीएल के दौरान, मैंने बीसीसीआई से बात की थी। मैंने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में आगे बढ़ने से पहले अपने वर्कलोड को लेकर चर्चा की थी।
बुमराह ने आगे कहा- इसके बाद मैंने उन लोगों से बात की, जो मेरे पीछे इसे मैनेज कर सकते हैं। इसलिए, हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हमें थोड़ा और स्मार्ट होना होगा, फिर मैंने बीसीसीआई को फोन किया कि मैं नेतृत्व की भूमिका में नहीं दिखना चाहता, क्योंकि मैं सभी टेस्ट मैच नहीं खेल पाऊंगा।
बीसीसीआई मुझे लीडरशिप की भूमिका में देख रहा था, लेकिन मुझे इसके लिए उन्हें मना करना पड़ा। क्योंकि यह आदर्श नहीं है कि कोई व्यक्ति तीन टेस्ट मैचों में कप्तानी करे और बाकी दो में कोई और। तो यह टीम के लिए सही नहीं है, क्योंकि मैं टीम को पहले रखता हूं। इसलिए, मैंने यह फैसला किया।