
Rishabh Pant (Photo Source: Getty Images)
लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय उप-कप्तान ऋषभ पंत ने अपने अनूठे अंदाज में बल्लेबाजी कर दर्शकों का मनोरंजन किया। उन्होंने कुछ असामान्य शॉट्स खेले, लेकिन कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर 138 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई, जिसने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। पंत ने नाबाद 65 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 102 गेंदों का सामना करते हुए 6 चौके और 2 छक्के लगाए।
टेस्ट क्रिकेट में 3,000 रनों का आंकड़ा
पंत ने इस पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 3,000 रन पूरे करने का ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया। वह भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बने। पंत ने 76 पारियों में यह कारनामा किया, जिसके साथ वह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज 3,000 रन बनाने वाले दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट ने 63 पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया था।
SENA देशों में एशिया के सबसे सफल विकेटकीपर
ऋषभ पंत ने SENA (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों में शानदार प्रदर्शन करते हुए एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया। पंत ने 27 मैचों में 38.80 की औसत से 1,746 रन बनाए, जिसमें 4 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। इसके साथ ही वह SENA देशों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए। धोनी ने 32 मैचों में 1,731 रन बनाए थे।
गिल-पंत की साझेदारी ने दिलाई मजबूती
तीसरे सेशन में शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने समझदारी भरी बल्लेबाजी की और भारत का स्कोर 300 के पार पहुंचाया। उनकी साझेदारी ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। पंत की इस पारी ने न केवल टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि उनके आक्रामक और रचनात्मक शॉट्स ने दर्शकों का ध्यान भी खींचा।