
Ravichandran Ashwin (Image Credit- Twitter X)
भारतीय क्रिकेट टीम और दुनिया के बेहतरीन ऑफ स्पिन गेंदबाजों में शुमार रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में हुए तीसरे टेस्ट मैच के बाद, इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अश्विन ने जून 2005 में श्रीलंका के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था।
तो वहीं करीब 14 साल लंबे चले क्रिकेट करियर में अश्विन ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 106 टेस्ट, 116 वनडे और 65 टी20 मैच खेले हैं। इस दौरान अनुभवी ऑफ स्पिनर ने टेस्ट में 537, वनडे में 156 और टी20 में 72 विकेट अपने नाम किए हैं।
हालांकि, रिटायरमेंट के बाद अश्विन आईपीएल खेलना जारी रखेंगे। दूसरी ओर, अब आर अश्विन को उनके शानदार क्रिकेट करियर के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) बधाई देती हुई नजर आई है।
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BCCI ने अश्विन को शानदार करियर के लिए दी बधाई
बता दें कि अश्विन के रिटायरमेंट को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने कहा- अश्विन की प्रतिभा वर्षों से भारतीय क्रिकेट की सफलता की आधारशिला रही है। एक विलक्षण प्रतिभा से लेकर क्रिकेट इतिहास के महानतम ऑफ स्पिनरों में से एक बनने तक, उनकी उपलब्धियाँ बेहद गर्व का स्रोत हैं। उन्होंने स्पिन गेंदबाजी को फिर से परिभाषित किया और हमेशा आगे रहने की कोशिश की। अश्विन युवा क्रिकेटरों के लिए एक आदर्श हैं। मैं भारतीय क्रिकेट में उनके अमूल्य योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।
तो वहीं बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा- अश्विन की यात्रा उन ऊंचाइयों का प्रमाण है जिन्हें समर्पण और जुनून हासिल किया जा सकता है। खेल से आगे सोचने की उनकी क्षमता भारतीय क्रिकेट के लिए एक जबरदस्त संपत्ति रही है। अश्विन के रूप में हमने एक ऐसा गेंदबाज देखा है जिसने न सिर्फ विकेट लिए बल्कि बल्लेबाजी की रणनीतियों को ध्वस्त कर दिया। खेल के प्रति उनके दृष्टिकोण और उनके असाधारण स्किल ने उन्हें अपनी पीढ़ी के सबसे सम्मानित क्रिकेटरों में से एक बना दिया है। मैं उन्हें उत्कृष्ट करियर के लिए बधाई देता हूं।
इसके अलावा बीसीसीआई के संयुक्त सचिव Devajit Saikia ने कहा- अश्विन हर मायने में गेम-चेंजर रहे हैं। चाहे वह मैदान पर उनका जादू हो या मैदान के बाहर उनकी व्यावहारिक चर्चाएं, वह भारतीय क्रिकेट के लिए वास्तव में कुछ खास लेकर आए। खुद को नया रूप देने, नई गेंदबाजी विविधताएं विकसित करने और उच्चतम स्तर पर लगातार प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता उन्हें एक सच्चा खिलाड़ी बनाती है। उनका असाधारण करियर क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों के लिए एक उदाहरण है, जो निस्संदेह उन्हें एक आदर्श रोल मॉडल के रूप में देखेंगे।