
Shubman Gill (Photo Source: X)
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने नए भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल और हेड कोच गौतम गंभीर के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। स्काई स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में बुमराह ने खुलासा किया कि उन्होंने बीसीसीआई के पूर्णकालिक टेस्ट कप्तान बनने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिसके बाद यह जिम्मेदारी शुभमन गिल को सौंपी गई।
गिल के साथ बुमराह का रिश्ता
बुमराह ने कहा कि उनका शुभमन गिल के साथ बहुत अच्छा रिश्ता है और वह हमेशा कप्तान को सुझाव देने के लिए तैयार रहते हैं। हालांकि, उन्होंने जोर दिया कि कप्तानों को अपनी आजादी चाहिए होती है। बुमराह ने दिनेश कार्तिक से बातचीत में कहा, “मेरे अनुभव में, खिलाड़ी को आजादी देनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर साथ देना चाहिए। मैं गिल के लिए हर समय उपलब्ध हूं, चाहे किसी भी भूमिका में। मैं ज्यादा हस्तक्षेप नहीं करता, लेकिन अगर मुझे कुछ दिखता है, तो मैं चुपके से सलाह देता हूं। मैं चाहता हूं कि गिल अपनी सोच के साथ स्वतंत्र रहें। वह युवा और ऊर्जावान हैं, और उनकी अपनी विचार प्रक्रिया है, जो वैसी ही रहनी चाहिए।”
गंभीर की कोचिंग शैली
बुमराह ने गौतम गंभीर की कोचिंग शैली को व्यक्तिगत बताया। उन्होंने कहा कि गंभीर समूह में बात करने के बजाय प्रत्येक खिलाड़ी से व्यक्तिगत रूप से चर्चा करते हैं। बुमराह ने कहा, “गंभीर बहुत व्यक्तिगत दृष्टिकोण अपनाते हैं। वह उस खिलाड़ी से अकेले में बात करते हैं, जहां उन्हें लगता है कि हस्तक्षेप जरूरी है। भारतीय क्रिकेट इस समय एक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। कुछ समय पहले हमारी टीम पूरी तरह अलग थी, और अब यह नए युग की ओर बढ़ रही है। इस समय युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य और शांति की जरूरत है। गंभीर का दृष्टिकोण बहुत शांत है, और खिलाड़ी खुश हैं।”
भारतीय क्रिकेट का नया दौर
बुमराह ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय टीम एक बदलाव के दौर में है, और गंभीर की शांत और व्यक्तिगत कोचिंग शैली इस युवा टीम को सही दिशा दे सकती है। क्या आपको लगता है कि गिल और गंभीर की जोड़ी भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी?