
Mohammed Shami (Photo Source: Getty Images)
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री और भरत अरुण ने मंगलवार को मोहम्मद शमी के बारे में एक किस्से का खुलासा किया। उन्होंने बताया कैसे गुस्से के बाद शमी ने शानदार प्रदर्शन किया था और जोहान्सबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। बता दें कि भारत ने 2018 में एक मैच को चार दिन में ही समाप्त कर दिया था और शमी के पांच विकेट की बदौलत भारत ने 63 रनों से जीत हासिल की थी।
2018 का यह मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच था। मेजबान टीम पहले ही शुरुआती दो मैच जीत चुकी थी और ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया था। जोहान्सबर्ग में मुकाबले के चौथे दिन साउथ अफ्रीका के आठ विकेट बचे थे और व्हाइटवॉश करने के लिए उसे 223 रनों की जरूरत थी। फिर लंच तक स्कोर 171 रन हो गया था और सात विकेट बचे थे।
रवि शास्त्री ने सोनी स्पोर्ट्स से बात करते हुए बताया कि जब वह शमी के पास से गुजर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि उनकी प्लेट बिरयानी से भरी हुई थी। उन्होंने कहा, ‘यह जोहान्सबर्ग था। अंतिम दिन। उस मैच में काफी गर्मी थी। उस मैच के अंतिम दिन, उन्हें 240 रन चाहिए थे, केवल 100 रन बनाने थे। आठ विकेट हाथ में थे। यह लंच का समय था और जब मैं वहां से गुजर रहा था, तो शमी की प्लेट थी। उसने वहां बिरयानी का बड़ा हिस्सा रखा था।’
शमी को लेकर क्या बोले रवि शास्त्री
भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच अरुण ने खुलासा किया कि शास्त्री ने तब अनुभवी गेंदबाज से पूछा कि क्या बिरयानी खाने के बाद उसकी भूख खत्म हो गई है। उन्होंने कहा, ‘रवि उसके पास गए और उससे पूछा, ‘तेरा भूख इधर ठीक हो गया क्या?’ लेकिन शमी ने गुस्से में बिरयानी की प्लेट लेने से मना कर दिया और कहा कि वह इसे खाना नहीं चाहते।
अरुण ने बताया कि शास्त्री ने उन्हें शमी को अकेला छोड़ने की सलाह दी और कहा कि अगर आप उससे बात करना चाहते हैं तो उसे विकेट लेने के लिए कहें। शास्त्री ने कहा, ‘ले ले प्लेट। नहीं चाहिए बिरयानी, भाड़ में गया बिरयानी।’
शास्त्री ने आगे बताया, मैच खत्म होने के बाद अरुण ने कहा, ‘बिरयानी ले लो, अब जितना खाना है, खा लो। तब शमी ने हंसते हुए कहा कि, हमको हमेशा गुस्सा कराओ फिर सब ठीक हो जाता है। बता दें कि यह जीत वांडरर्स स्टेडियम में भारत की दूसरी और दक्षिण अफ्रीकी धरती पर कुल मिलाकर तीसरी जीत थी।