
Karun Nair (Image Credit- Twitter X)
भारतीय टेस्ट टीम में करुण नायर ने सात साल के लंबे अंतराल के बाद वापसी की है। इतने समय बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कमबैक करना आसान नहीं, लेकिन नायर ने यह कारनामा कर दिखाया। 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए चुने गए नायर ने खुलासा किया कि इस दौरान एक दिग्गज क्रिकेटर ने उन्हें रिटायरमेंट लेकर टी20 लीग्स में खेलने और पैसा कमाने की सलाह दी थी।
कठिन दौर और काउंटी क्रिकेट
2018 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद नायर के लिए मुश्किलें बढ़ गई थीं। 2022 के घरेलू सीजन के बाद उन्हें कर्नाटक की टीम से भी बाहर कर दिया गया, और वे 14 महीने तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहे। लेकिन नॉर्थम्प्टनशायर के साथ काउंटी क्रिकेट का कॉन्ट्रैक्ट उनके करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इसने उनके क्रिकेट करियर को नई दिशा दी। नायर ने बताया कि एक प्रमुख भारतीय क्रिकेटर ने उन्हें सलाह दी थी कि टी20 लीग्स में खेलकर वित्तीय सुरक्षा हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए।
रिटायरमेंट की सलाह को नजरअंदाज
डेली मेल को दिए इंटरव्यू में नायर ने कहा, “मुझे याद है, एक बड़े भारतीय क्रिकेटर ने मुझे फोन कर कहा था कि मुझे रिटायरमेंट ले लेना चाहिए। टी20 लीग्स में खेलकर मिलने वाला पैसा मुझे आर्थिक रूप से सुरक्षित रखेगा। यह रास्ता आसान था, लेकिन मुझे पता था कि पैसे के लिए संन्यास लेना मेरे लिए सही नहीं होगा। मैं खुद को इसके लिए कोसता। मेरा सपना फिर से भारत के लिए खेलना था, और मैं हार नहीं मानना चाहता था। यह सिर्फ दो साल पहले की बात है, और अब देखिए मैं कहां हूं। यह अविश्वसनीय है, लेकिन मुझे हमेशा विश्वास था कि मैं काफी अच्छा हूं।”
नायर का जज्बा
करुण नायर ने अपने जज्बे और मेहनत से न केवल रिटायरमेंट की सलाह को ठुकराया, बल्कि भारतीय टेस्ट टीम में शानदार वापसी भी की। उनकी यह कहानी हर उस खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किल वक्त में भी अपने सपनों को नहीं छोड़ता। क्या आपको लगता है कि नायर इस सीरीज में अपनी छाप छोड़ पाएंगे?