
Yashasvi-Jaiswal- (Photo source: X)
यशस्वी जायसवाल ने 2023 में भारतीय टेस्ट टीम में कदम रखने के बाद से ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कम समय में उन्होंने कई मौकों पर शानदार प्रदर्शन कर अपनी जगह पक्की की। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के मार्गदर्शन में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को निखारा। हालांकि, इंग्लैंड दौरे पर रोहित और विराट की अनुपस्थिति में 23 वर्षीय यशस्वी को अब अकेले ही चुनौतियों का सामना करना होगा, क्योंकि दोनों ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
इंट्रा-स्क्वॉड और भारत ए में निराशाजनक प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले यशस्वी जायसवाल भारत ए और इंट्रा-स्क्वॉड मैच में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके। यह उनका पहला इंग्लैंड दौरा है, और परिस्थितियों में ढलने के लिए वे पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुके थे। फिर भी, भारत ए के लिए खेले गए दो मैचों में उनका प्रदर्शन औसत रहा। उनके बचपन के कोच ज्वाला सिंह ने उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी है, लेकिन साथ ही उम्मीद जताई कि यशस्वी टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन करेंगे।
नई भारतीय टीम और चुनौतियां
ज्वाला सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि रोहित और विराट के मार्गदर्शन ने यशस्वी को शुरू में बहुत मदद की, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। शुभमन गिल की कप्तानी में यह एक नई भारतीय टीम होगी, जिसमें कोई स्पष्ट मार्गदर्शक बल्लेबाज नहीं है। ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी की आक्रामक शैली पहले भी चर्चा में रही है, जिसके चलते इस नई बल्लेबाजी इकाई को अपनी रणनीति और आक्रामकता को संतुलित करना होगा। ज्वाला इस नई टीम के प्रदर्शन को देखने के लिए उत्साहित हैं।
इंग्लैंड की कठिन चुनौती
ज्वाला सिंह ने इंग्लैंड दौरे को चुनौतीपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड का घरेलू टेस्ट रिकॉर्ड हमेशा मजबूत रहा है, और वहां की पिचें और मौसम विदेशी टीमों के लिए मुश्किलें पैदा करते हैं। बारिश और बदलता मौसम हमेशा एक बड़ा कारक रहता है। भारतीय टीम ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है, जिसमें भारत ए के मैच और इंट्रा-स्क्वॉड गेम शामिल हैं। ज्वाला को उम्मीद है कि यशस्वी और पूरी भारतीय टीम इन परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करेगी।
यशस्वी पर बड़ी जिम्मेदारी
ज्वाला सिंह का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजी इकाई अब यशस्वी जायसवाल पर काफी हद तक निर्भर करेगी, जैसे कि अतीत में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली पर निर्भर थी। यशस्वी को अब सीनियर बल्लेबाज के रूप में एंकर की भूमिका निभानी होगी। कोच का कहना है कि यशस्वी में वह जज्बा है कि वह जो ठान लेता है, उसे पूरा करता है। 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में उनकी भूमिका बेहद अहम होगी, और ज्वाला को पूरा भरोसा है कि वह रन बनाएंगे।