
Rishabh Pant and Sachin Tendulkar. (Photo Source: Getty Images)
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 20 जून 2025 से लीड्स में शुरू हो रही है, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025-27 चक्र की शुरुआत भी है। विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के संन्यास के बाद युवा कप्तान शुभमन गिल और उनके उपकप्तान ऋषभ पंत पर बड़ी जिम्मेदारी है। पंत अपने बेखौफ अंदाज के लिए मशहूर हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके खराब प्रदर्शन और आक्रामक रवैये की आलोचना हुई। ऐसे में सचिन तेंदुलकर ने पंत को परिपक्वता के साथ खेलने की सलाह दी है।
पंत की आक्रामकता और आलोचना
ऋषभ पंत की आक्रामक बल्लेबाजी प्रशंसकों को रोमांचित करती है, लेकिन कई बार बचकाने शॉट्स के कारण वे अपना विकेट गंवा बैठते हैं, जिसकी वजह से प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने उनकी आलोचना की है। दिग्गजों के संन्यास के बाद अब पंत से परिपक्व बल्लेबाजी और उपकप्तान के रूप में दबाव में सही फैसले लेने की उम्मीद है। सचिन तेंदुलकर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बातचीत में कहा, “पंत को ज्यादातर समय अपनी स्वाभाविक शैली में खेलना चाहिए, लेकिन कुछ परिस्थितियों में उन्हें टीम के हित में संयम दिखाना होगा।”
सचिन की रणनीति: संतुलन और लचीलापन
सचिन ने सलाह दी कि पंत को हालात के अनुसार लचीलापन दिखाना होगा। उन्होंने कहा, “अगर मैच बचाने की जरूरत हो, तो पंत को 1-2 घंटे तक रक्षात्मक रुख अपनाना होगा। उस दौरान जोखिम भरे शॉट्स से बचना होगा और हालात के हिसाब से शॉट्स का चयन करना होगा। सकारात्मक रहें, लेकिन समझदारी से खेलें।” सचिन ने यह भी बताया कि अगर वह कप्तान होते, तो पंत को क्या कहते। “मैं 10 में से 9 बार पंत से कहता कि जाओ और अपनी शैली में खेलो, बिना किसी चिंता के। लेकिन जब मैच बचाने की जरूरत हो, तो थोड़ा संयम बरतें और जिम्मेदारी से खेलें।”
पंत के लिए चुनौती
पंत के सामने इंग्लैंड में अपनी बल्लेबाजी और उपकप्तानी की जिम्मेदारी को साबित करने की चुनौती है। सचिन की सलाह उनके लिए एक मार्गदर्शक सिद्ध हो सकती है। क्या आपको लगता है कि पंत इस सीरीज में परिपक्वता के साथ अपनी आक्रामक शैली का सही तालमेल बिठा पाएंगे?