
Harbhajan Singh (Image Credit- Twitter X)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) हाल में ही भारतीय मैनेजमेंट की जमकर आलोचना करते हुए नजर आए हैं। इस आलोचना में टेस्ट मैचों के 2-3 दिन में खत्म होने पर, हरभजन ने स्पिन फ्रेंडली पिच बनाने के लिए मैनेजमेंट को जिम्मेदार ठहराया है।
दूसरी ओर, टेस्ट मैचों की खासकर भारत में बात की जाए तो पिचें हमेशा चर्चा का विषय रहती है, जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमें खेलने के लिए भारत आती हैं। भारतीय मैनेजमेंट हर बार ऐसी पिचें बनाने पर ध्यान देता है, जिससे मेजबान टीम को मदद मिले।
तो वहीं कभी-कभी स्पिन फ्रेंडली पिच पर ना सिर्फ विदेशी टीमों को बल्लेबाजी करने में परेशानी आती है, बल्कि भारतीय बल्लेबाज भी खासा परेशान दिखते हुए नजर आते हैं। विराट कोहली जैसे बड़े बल्लेबाजी भी पिछले कुछ समय में इससे प्रभावित हुए हैं। गौरतलब है कि साल 2020 के बाद भारत में 8 से ज्यादा टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों में सिर्फ रोहित शर्मा, शुभमन गिल और रवींद्र जडेजा का औसत 40 के पार है।
लेकिन अब इस बात पर बड़ा बयान देते हुए हरभजन ने कहा है कि खेल में पिचें अहम भूमिका निभाती है, लेकिन जब टेस्ट मैच में पिच 3-4 दिन से टर्न लेना शुरू करती है, पर अब ऐसा देखने को नहीं मिलता है। और इस वजह से बल्लेबाजों का आत्मविश्वास कम हुआ है।
हरभजन सिंह ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि हाल में ही स्पोर्ट्स तक को दिए इंटरव्यू में हरभजन सिंह ने कहा- हमने ऐसी पिचों पर खेलना शुरू कर दिया है, जो अधिक टर्न लेती हैं। हम जीतना चाहते थे और हम जीत गये लेकिन क्या हम ढाई दिन में जीतना चाहते हैं?
मुझे लगता है, अगर हमने सामान्य पिचें बनाई होतीं जो तीसरे और चौथे दिन से टर्न लेना शुरू कर देतीं, तो भी हम जीत जाते लेकिन बल्लेबाजों को जमने का समय मिल जाता। हम स्पिनरों के खिलाफ अपने बल्लेबाजों की समस्याओं पर चर्चा नहीं कर रहे होते। हमने अपने बल्लेबाजों के आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाई, क्योंकि उन पिचों पर कोई भी सस्ते में आउट हो जाता है।
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