
Sachin Tendulkar and Virender Sehwag (Image Source: AFP)
टी-20 क्रिकेट धीरे-धीरे क्रिकेट की दुनिया पर राज कर रहा है। हर देश में घरेलू टी-20 लीग हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि छोटे फॉर्मेट में रोमांच और मनोरंजन ज्यादा होता है। दर्शकों को महज साढ़े तीन घंटे में क्रिकेट मैच का रोमांच देखने को मिलता है, जो प्रशंसकों के लिए सबसे छोटे फॉर्मेट को और भी अधिक आकर्षक बनाता है।
टी-20 क्रिकेट का प्रभाव इतना है कि कई खिलाड़ियों ने सिर्फ 20 ओवर के प्रारूप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वनडे और टेस्ट से संन्यास ले लिया है। हालांकि, दूसरी तरफ, ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो अपने करियर में सिर्फ कुछ ही टी-20 मैच खेल पाए। आज हम ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिनका पहला टी-20 मैच उनका आखिरी मैच भी रहा।
5 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने केवल एक टी20 मैच खेला है
1. दिनेश मोंगिया
चंडीगढ़ में जन्मे दिनेश मोंगिया ने भारत के लिए अपने एकमात्र टी-20 मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2006 में खेला। उन्होंने 57 वनडे मैच खेले थे और अपने टी-20 डेब्यू मैच में उन्होंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए 38 रन बनाए। उन्होंने 45 गेंदों का सामना किया और रॉबिन पीटरसन की गेंद पर आउट होने से पहले 127 रनों के लक्ष्य के करीब भारत को पहुँचाने में मदद की।
हालांकि मोंगिया को 2007 टी-20 विश्व कप के लिए नहीं चुना गया और उनका आईपीएल करियर भी नहीं रहा। इसके कारण उनका टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर सिर्फ एक मैच के बाद ही समाप्त हो गया।
2. मुरली कार्तिक
मुरली कार्तिक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2007 में अपना एकमात्र टी-20 मैच खेला। उन्होंने घरेलू सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह बनाई थी। अपने डेब्यू टी-20 मैच में उन्होंने 4 ओवर में 27 रन दिए, लेकिन कोई विकेट नहीं ले सके।
भारत ने वह मैच जीत लिया, लेकिन कार्तिक की टी-20 टीम में वापसी नहीं हो पाई। बाद में उन्होंने क्रिकेट विशेषज्ञ और कमेंटेटर के रूप में अपना करियर जारी रखा। मुरली कार्तिक ने अपने करियर के दौरान 4 आईपीएल फ्रेंचाइजी के लिए भी खेला।
3. कर्ण शर्मा
कर्ण शर्मा ने 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना एकमात्र टी-20 मैच खेला। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने 4 ओवर में 28 रन देकर जो रूट का महत्वपूर्ण विकेट लिया था।
हालांकि भारत वह मैच 3 रन से हार गया और कर्ण शर्मा को फिर कभी टी-20 टीम में मौका नहीं मिला। वर्तमान में, कर्ण की लेग स्पिन उतनी प्रभावी नहीं रही है, जिससे उनके भारतीय टीम में वापसी की संभावना कम हो गई है।
4. राहुल द्रविड़
भारतीय टीम के ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने 2012 में अपना पहला और एकमात्र टी-20 मैच खेला। यह मैच इंग्लैंड के खिलाफ था, जिसमें चोटिल खिलाड़ियों के कारण राहुल को टीम में शामिल किया गया।
राहुल द्रविड़ ने इस मैच में 31 रन बनाए और तीन लगातार छक्के लगाकर अपने आलोचकों को चुप करा दिया। उनके 147.61 की स्ट्राइक रेट से खेली गई पारी के बावजूद भारत यह मैच हार गया। द्रविड़ का टी-20 करियर इस एक मैच के बाद समाप्त हो गया।
5. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी अपने करियर में केवल एक ही टी-20 मैच खेला। उन्होंने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 डेब्यू किया था, जहां उन्होंने 12 गेंदों पर 10 रन बनाए और एक विकेट भी लिया।
सचिन ने 2007 टी-20 विश्व कप टीम में न खेलने का फैसला किया, ताकि युवा खिलाड़ियों को मौका मिल सके। इस कारण से उन्हें टी-20 अंतरराष्ट्रीय में दोबारा खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि, सचिन आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेले और वहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।