
Virat Kohli and Rajiv Ghai (Image Credit- Twitter X)
रोहित शर्मा के बाद दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया। इस बात की जानकारी कोहली ने सोशल मीडिया के जरिए दी। वहीं उनके संन्यास के बाद क्रिकेट जगत ने उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
दूसरी तरफ कुछ पूर्व क्रिकेटरों और विशेषज्ञों ने उनके इस फैसले पर सवाल उठाए। उनका मानना है कि कोहली ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का फैसला क्यों लिया। इस बीच विराट के संन्यास के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भारतीय सेना के DGMO राजीव घई विराट की प्रशंसा करते हुए नजर आ रहे हैं।
वायरल वीडियो में लेफ्टिनेंट जनरल कहते हैं, हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठीन है…आज शायद क्रिकेट की भी बात करनी चाहिए, क्योंकि आज मैंने देखा कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। कई भारतीयों की तरह वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ी हैं।
उन्होंने आगे कहा, 1970 के दशक में, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को तहस-नहस कर दिया था। तब ऑस्ट्रेलिया में एक कहावत का जन्म हुआ- Ashes to ashes, dust to dust, if Thammo doesn’t get, Lillee must।
अगर आप लेयर्स को देखें तो आप समझेंगे कि मैं क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। भले ही आप सभी लेयर्स को पार कर गए हों, लेकिन इस ग्रिड सिस्टम की लेयर्स में से एक आपको मार देगी।
यहां देखें वायरल वीडियो
INDIAN DGMO RAJIV GHAI.
“Virat Kohli has taken retirement from Test cricket, today is not the day to talk about cricket. Like every Indian, he’s always my favourite”.
pic.twitter.com/yilzWiI1lJ
— Virat Kohli Fan Club (@Trend_VKohli) May 12, 2025
विराट कोहली के टेस्ट करियर पर डालिए एक नजर
कोहली के टेस्ट करियर की बात की जाए तो, उन्होंने 123 मैच खेले हैं, जिसमें 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल है। उन्होंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेल के सबसे लंबे प्रारूप में डेब्यू किया और 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट शतक लगाया।
वह सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक है। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व किया, जिसमें 40 जीते और 17 हारे, जबकि 11 मुकाबले ड्रॉ रहे। उनकी कप्तानी में ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 में अपनी पहली सीरीज़ जीत दर्ज की थी और विदेशी सरजमीं पर कई अन्य यादगार जीत दर्ज की, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण 2021 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ़ जीत थी।