
Virat Kohli (Photo Source: Getty Images)
भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। कोहली ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिये संन्यास की घोषणा की। विराट कोहली ने 123 टेस्ट में 30 शतक और 31 अर्धशतकों की मदद से 9230 रन बनाए। उन्होंने 2011 में टेस्ट डेब्यू किया था। अपने करियर में विराट कोहली ने एक से बढ़कर एक शानदार पारियां खेली। आइए आपको बताते हैं उनके टेस्ट करियर के टॉप-3 पारियों के बारे में।
विराट कोहली के टेस्ट करियर की टॉप-3 पारियां
254 (336) बनाम दक्षिण अफ्रीका, पुणे, 2019*
पुणे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोहली की नाबाद 254 रनों की पारी उनके टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी मानी जाती है। इस दोहरे शतकीय पारी में उन्होंने 336 गेंदों का सामना किया और अपनी शानदार एकाग्रता का प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका की मजबूत गेंदबाजी आक्रमण, जिसमें कगिसो रबाडा और वर्नोन फिलेंडर जैसे गेंदबाज शामिल थे, वह कोहली के सामने बेबस नजर आए। उनकी इस पारी ने भारत को 601/5 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया, जिसके दम पर भारत ने पारी और 137 रनों से जीत हासिल की।
235 (340) बनाम इंग्लैंड, वानखेड़े, 2016
वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 235 रनों की पारी कोहली के टेस्ट करियर का एक और सुनहरा पन्ना है। 340 गेंदों में खेली गई इस पारी में उन्होंने इंग्लैंड के स्पिन और तेज गेंदबाजों का सामना बेहतरीन तरीके से किया। उनकी इस पारी ने भारत को 631 रनों के स्कोर तक पहुंचाया, जिससे भारत ने पारी और 36 रनों से जीत दर्ज की। कोहली की यह पारी उनकी तकनीकी दक्षता और लंबी पारियां खेलने की क्षमता को उजागर करती है।
169 (272) बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न, 2014
मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 169 रनों की पारी कोहली की आक्रामकता और दबाव में प्रदर्शन करने की उनकी शानदार क्षमता का प्रतीक है। 272 गेंदों में खेली गई इस पारी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण को चुनौती दी। यह पारी भारत के लिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि यह कोहली की कप्तानी में पहली टेस्ट सीरीज थी। उनकी इस पारी ने भारत को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला और मैच को ड्रॉ कराने में मदद की।
कोहली की ये तीन पारियां उनकी प्रतिभा, धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रमाण हैं। ये पारियां न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल को दर्शाती हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए उनके योगदान को भी रेखांकित करती हैं। अब टेस्ट क्रिकेट से उनके संन्यास के बाद किसी के लिए उस जगह को भर पाना आसान नहीं होगा। अब देखना ये होगा कि टेस्ट में भारत के लिए नंबर 4 पर कौन खेलता है।