
Karnataka government approved RCB celebration
3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आईपीएल 2025 फाइनल खेला गया। फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को हराया और अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। 18 साल में पहली बार ट्रॉफी जीतने के जश्न में 4 जून को बेंगलुरु में विक्ट्री परेड निकाली गई। परेड के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। 50 से अधिक लोग घायल हुए।
हादसे के बाद कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन ने आरसीबी मैनेजमेंट, केएससीए पर एफआईआर दर्ज की। अब एक महत्वपूर्ण लेटर सामने आया है। इस लेटर में खुलासा हुआ है कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ ने विक्ट्री परेड के लिए राज्य सरकार से मंजूरी मांगी थी।
केएससीए ने कर्नाटक सरकार से मांगी थी मंजूरी
इस लेटर में विधान सौधा में आयोजित सम्मान समारोह के लिए अनुमति दिलाने में केएससीए की भागीदारी का उल्लेख है। आरसीबी की पहली ट्रॉफी जीत ने फैन्स में जबरदस्त उत्साह पैदा कर दिया था। इसके कारण बड़े पैमाने पर सार्वजनिक जश्न मनाया गया। विधान सौधा में आधिकारिक सम्मान समारोह बिना किसी घटना के संपन्न हो गया, लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई।
जश्न के पल को दर्दनाक हादसे में बदलने में देर नहीं लगी और 11 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे। भगदड़ के बाद केएससीए की आलोचना की गई। इसके शीर्ष पदाधिकारियों अध्यक्ष रघुराम भट, सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ई.एस. जयराम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
हालांकि, कर्नाटक उच्च न्यायालय में दायर एक याचिका में केएससीए ने स्पष्ट कर दिया कि उनका रोल सरकारी अनुमतियों को सुविधाजनक बनाने तक ही सीमित था। उन्होंने बताया कि इवेंट मैनेजमेंट और भीड़ कंट्रोल की जिम्मेदारी आरसीबी फ्रेंचाइजी और उसके इवेंट पार्टनर डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के पास थी। राज्य संघ द्वारा स्थानीय सरकारी अधिकारियों को सौंपे गए पत्र से इसकी पुष्टि होती है।