

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स इस साल के अंत में होने वाली एशेज सीरीज से पहले फिटनेस हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। इस साल नवंबर में 21 तारीख से पर्थ में पहला टेस्ट मुकाबला खेला जाएगा। क्रिस वोक्स इंग्लैंड में हुई एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के आखिरी मुकाबले में बाउंड्री के पास गेंद रोकते हुए चोटिल हो गए थे, जहाँ उनका कंधा डिस्लोकेट हो गया था। अब वे सर्जरी कराने के बजाय आठ हफ्तों के रिहैब को अपनाने पर विचार कर रहे हैं।
यह चोट उन्हें मैच के पहले ही दिन लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने पूरे मैच में गेंदबाजी नहीं की और पहली पारी में बल्लेबाजी भी नहीं की। लेकिन दूसरी पारी में जब इंग्लैंड को आखिरी दिन 30 से कम रन चाहिए थे और सभी खिलाड़ी आउट हो चुके थे, तब 11वें नंबर पर वोक्स हाथ में प्लास्टर बांधकर बल्लेबाजी करने आए, जहाँ उनका उद्देश्य इंग्लैंड को जीत दिलाना था।
दुर्भाग्य से इंग्लैंड सिर्फ 6 रनों से हार गई और यह सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई। इस समय वोक्स सिर्फ स्कैन का इंतजार कर रहे हैं, जिससे उनके कंधे की सही हालत का पता चलेगा और उसके बाद वे फैसला ले सकेंगे कि सर्जरी करवाई जाए या नहीं।
सर्जरी पर वोक्स की राय
वोक्स का मानना है कि अगर सर्जरी कराई गई तो इसकी रिकवरी में 3-4 महीने लग जाएंगे, जिसकी वजह से एशेज की शुरुआत मिस हो जाएगी। वहीं, दूसरी तरफ अगर वे रिहैब का रास्ता चुनते हैं तो लगभग आठ हफ्तों में वापसी संभव है, जहाँ उनके पास पहले पर्थ टेस्ट में खेलने का अच्छा मौका रहेगा।
उन्होंने माना कि रिहैब में चोट दोबारा लगने का खतरा रह सकता है, पर यह जोखिम उठाया जा सकता है। चोट लगने के बावजूद बल्लेबाजी के बाद उनकी काफी तारीफ हुई, जिस पर वोक्स ने कहा कि यह मेरे लिए कोई असामान्य बात नहीं है।
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