
Shardul Thakur (Photo Source: X)
भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले एक इंट्रा-स्क्वॉड मैच खेल रही है। बीसीसीआई ने इस अभ्यास मैच को आयोजित करने का फैसला इसलिए लिया ताकि खिलाड़ियों को इंग्लैंड की पिचों और मौसम की परिस्थितियों से तालमेल बिठाने का मौका मिले। इस मैच के जरिए यह भी तय किया जा रहा है कि पहले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में किन खिलाड़ियों को शामिल किया जाए। यह अभ्यास मैच खिलाड़ियों के प्रदर्शन को परखने और उनकी तैयारियों को आंकने का एक शानदार अवसर है।
शार्दुल ठाकुर का शानदार प्रदर्शन
इंट्रा-स्क्वॉड मैच में ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बल्ले से शतक जड़कर और गेंद से चार विकेट लेकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। बेकेनहैम में खेले जा रहे इस मैच में शार्दुल ने अपनी दमदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी से यह साबित कर दिया कि वह पहले टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं। उनकी इस फॉर्म ने चयनकर्ताओं के सामने एक मजबूत विकल्प पेश किया है।
ऑलराउंडरों के बीच प्रतिस्पर्धा
प्लेइंग इलेवन में एक स्थान के लिए शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी के बीच कड़ा मुकाबला था। हालांकि, शार्दुल ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर इस रेस में बाजी मार ली है। वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी को अब अपनी बारी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। शार्दुल की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि लंबे समय बाद उनकी टेस्ट टीम में वापसी हुई है, और अब वह सीधे पहले टेस्ट में खेलने की दहलीज पर हैं।
पहले टेस्ट के लिए संभावित टीम संयोजन
20 जून से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम एक संतुलित संयोजन के साथ उतरने की तैयारी में है। टीम में तीन मुख्य तेज गेंदबाज – जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा – के साथ पेस ऑलराउंडर के तौर पर शार्दुल ठाकुर को शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा, स्पिन ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा का खेलना लगभग तय है, जिन्हें इंग्लैंड की परिस्थितियों में खेलने का अच्छा अनुभव है। इस तरह, छह बल्लेबाजों और दो ऑलराउंडरों के साथ एक मजबूत टीम संयोजन बन सकता है, जो इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए उपयुक्त होगा।
शुभमन गिल की नई जिम्मेदारी
इस टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान होंगे। यह उनके करियर का पहला मौका है जब वह टेस्ट प्रारूप में कप्तानी करेंगे। रोहित शर्मा के इस दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गिल को यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। गिल के सामने न केवल अपनी बल्लेबाजी से योगदान देने की चुनौती होगी, बल्कि उन्हें एक युवा और प्रतिभाशाली टीम का नेतृत्व भी करना होगा। यह सीरीज उनके नेतृत्व कौशल को परखने का एक बड़ा मंच साबित हो सकती है।