Shubman Gill (Photo Source: X)
संजय मांजरेकर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में हार के लिए, स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया। टॉम लाथम की अगुवाई वाली टीम ने शनिवार, 26 अक्टूबर को पुणे में दूसरा टेस्ट जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली।
मांजरेकर ने कहा कि अगर भारतीय शीर्ष क्रम ने स्पिनरों के खिलाफ अधिक आत्मविश्वास, लचीलापन और डिफेंस करने की ताकत पर भरोसा किया होता, तो भारत चौथी पारी में 359 रनों के लक्ष्य का पीछा कर सकती थी। साथ ही उन्होंने कहा है कि गिल को स्पष्ट रूप से स्पिनरों को खेलने का अनुभव नहीं है।
संजय मांजरेकर ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि भारत की पुणे टेस्ट मैच में हार के बाद, संजय मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के हवाले से कहा- जब यशस्वी और शुभमन साथ में बल्लेबाजी में जा रहे थे, तो मुझे लगा कि कोई सरप्राइज होगा। शुभमन गिल को स्पष्ट रूप से स्पिनरों का अनुभव नहीं है। जो बल्लेबाज सहजता से अपने फुटवर्क से काम कर सकता है, वह स्पष्ट रूप से दबाव में होता है, जब वह टर्निंग पिचों पर स्पिनरों को खेलता है।
मांजरेकर ने आगे कहा- विराट कोहली एक बार फिर लेंथ समझने में चूक गए। गेंद उनकी उम्मीद से कहीं ज्यादा फुल थी और तेजी से उनके पास वापस आई। रोहित शर्मा क्रीज पर आत्मविश्वास से लबरेज नहीं थे। बहुत सारे खिलाड़ी हैं, टाॅप 4 में से तीन खिलाड़ियों में स्पिन के खिलाफ आत्मविश्वास की कमी दिखी।
इस तरह की पिचों पर, आप देखते हैं कि पहले डेढ़ सत्र में स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है। मुझे लगता है कि अगर भारत अपनी डिफेंस तकनीक को थोड़ा और मजबूत करता, तो चीजें आसान हो सकती थीं। अगर भारत ने पहले बहुत सारे विकेट नहीं खोए होते, तो ऋषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा के रहते, यह मैच काफी करीबी हो सकता था।