
Pakistan Team (Pic Source:X)
पाकिस्तान के हरफनमौला क्रिकेटर शादाब खान ने हाल ही में एक टॉक शो में क्रिकेटरों द्वारा महिला अभिनेत्रियों को मैसेज भेजने के विवाद पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि ऐसा करना कोई गलत बात नहीं है और इस तरह की घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है।
क्या पाकिस्तानी क्रिकेटर वास्तव में एक्ट्रेस को मैसेज भेजते हैं?
एक टेलीविजन शो ‘हंसना मना है’ में एक महिला फैन ने शादाब से पूछा कि क्या पाकिस्तानी क्रिकेटर वास्तव में अभिनेत्रियों को सोशल मीडिया पर मैसेज भेजते हैं। इसके जवाब में शादाब ने स्पष्ट किया कि उन्हें इसमें कुछ भी अनुचित नहीं लगता। उन्होंने कहा, “अगर क्रिकेटर भी मैसेज भेजते हैं, तो इसमें गलत क्या है?”
शादाब ने आगे कहा कि अगर किसी अभिनेत्री को ऐसे संदेश पसंद नहीं आते, तो उन्हें बस जवाब नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर अभिनेत्रियाँ जवाब नहीं देती हैं, तो उन्हें और मैसेज कोई नहीं भेजेगा। लेकिन अगर वे रिप्लाई देती हैं और फिर इस बारे में शिकायत करती हैं, तो यह सही तरीका नहीं है।”
पाकिस्तानी क्रिकेट किस बारे में करते हैं बात?
शादाब ने बताया कि पाकिस्तान टीम के भीतर इस विषय को लेकर कोई विवाद नहीं होता, लेकिन खिलाड़ी एक-दूसरे से यह जरूर पूछते हैं कि किसने किस अभिनेत्री को मैसेज भेजा। उन्होंने दावा किया कि कई बार बातें बढ़ा-चढ़ाकर पेश की जाती हैं और कुछ अभिनेत्रियाँ प्रसिद्धि पाने के लिए ऐसे दावे करती हैं, खासकर जब कोई बड़ा टूर्नामेंट चल रहा होता है।
शाहताज खान का दावा
यह विवाद तब और गहरा गया जब टिकटॉकर शाहताज खान ने आरोप लगाया कि शादाब खान पिछले साल व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के जरिए उनके संपर्क में थे और शादी का प्रस्ताव भी दिया था। हालांकि, शादाब ने इन दावों का पूरी तरह से खंडन किया।
शाहताज ने दावा किया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि शादाब शादीशुदा हैं और जब उन्हें यह पता चला तो वह निराश हो गईं। उन्होंने कहा, “जब आपका क्रश किसी और से शादी कर लेता है तो यह निराशाजनक होता है। मैं उस समय भी उससे बात कर रही थी, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वह शादीशुदा है।”
शादाब ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा, “जैसा दावा किया जा रहा है, वैसा कुछ भी नहीं है।”
शादाब खान के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर क्रिकेटरों और अभिनेत्रियों के बीच संबंधों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। जहां कुछ लोग उनकी बातों से सहमत हैं, वहीं कुछ का मानना है कि क्रिकेटरों को इस तरह के विवादों से बचना चाहिए। यह मुद्दा आगे भी बहस का विषय बना रह सकता है।