
Suryakumar Yadav Rohit Sharma (Photo Source: Twitter)
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने भारतीय क्रिकेट में राजनीति होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई लॉबी अपने खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रही है। बासित ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा और टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव दोनों ही मुंबई से आते हैं।
अपने यूट्यूब वीडियो में बासित अली ने कहा-
“मुंबई के लोग बहुत ताकतवर हैं। टेस्ट और वनडे के कप्तान रोहित शर्मा हैं, टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव हैं। सूर्यकुमार और शिवम दुबे रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में खेल रहे हैं। अगर रोहित इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं खेलते हैं, तो अगला नाम किसका आता है? जसप्रीत बुमराह का। मेरी राय में, वहां ऋषभ पंत को मौका दिया जाना चाहिए।”
जसप्रीत बुमराह को अगला टेस्ट कप्तान बनाए जाने की चर्चा
बासित अली ने यह भी कहा कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भविष्य में भारत के टेस्ट कप्तान बन सकते हैं। हालांकि, बुमराह अहमदाबाद के रहने वाले हैं, लेकिन वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइज़ी का हिस्सा हैं। बासित का मानना है कि मुंबई लॉबी के प्रभाव से ऋषभ पंत को कप्तानी का मौका नहीं मिल पा रहा है।
इस बीच, सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज 4-1 से जीत ली है। अब 6 फरवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में रोहित शर्मा टीम की कमान संभालेंगे।
“मोहम्मद सिराज को होना चाहिए था टीम में” – बासित अली
बासित अली ने भारतीय चयनकर्ताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोहम्मद सिराज को 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की भारतीय टीम में शामिल नहीं करना गलत फैसला है। उन्होंने कहा कि सिराज ने ऑस्ट्रेलिया में 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान शानदार प्रदर्शन किया था और मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी उनकी जमकर तारीफ की थी।
बासित ने कहा-
“गौतम गंभीर ऑस्ट्रेलिया में उनकी बहुत तारीफ कर रहे थे और अब वह टीम में भी नहीं हैं। मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ। उन्हें टीम में होना चाहिए था।”
उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सिराज को चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल करना है, तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ बाकी दो वनडे मैचों में मौका दिया जाना चाहिए।
“अगर भारत को सिराज को चैंपियंस ट्रॉफी टीम में लेना है, तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ हर्षित राणा के साथ खेलने देना चाहिए। इससे चयनकर्ताओं को सही फैसला लेने में मदद मिलेगी।”
गौरतलब है कि भारतीय चयनकर्ता 12 फरवरी तक अपनी 2025 चैंपियंस ट्रॉफी की प्रारंभिक टीम में बदलाव कर सकते हैं।