
Gautam Gambhir and MS Dhoni. (Photo Source: Getty Images)
एमएस धोनी, इस नाम को सुनकर लाखों करोड़ों फैंस के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान आ जाती है। बतौर कप्तान और खिलाड़ी के रूप में उन्होंने जो भारत के लिए योगदान दिया है उसे शायद ही कोई भूल पाएगा। धोनी अब तक इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने भारत को तीनों आईसीसी ट्रॉफी दिलवाई हैं।
2011 के वनडे वर्ल्ड कप में धोनी ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई थी। वहीं धोनी के साथी खिलाड़ी गौतम गंभीर कई बार अपने बयनों में ऐसा बोल चुके हैं कि विश्व कप का क्रेडिट सिर्फ एक छक्के को दिया जाता है, पूरी टीम को नहीं।
आपको बता दें कि वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में धोनी ने शानदार 91 रनों की पारी खेली थी। इसी बीच गौतम गंभीर ने इस बात पर जोर दिया कि धोनी की कप्तानी की जिम्मेदारियां अक्सर उनकी व्यक्तिगत बल्लेबाजी उपलब्धियों पर भारी पड़ती हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर धोनी टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते तो आज उनके नाम कई रिकॉर्ड होते।
गौतम गंभीर अचानक से करने लगे एमएस धोनी की तारीफ
गौतम गंभीर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ पर बात करते हुए कहा, “कप्तानी की वजह से एम एस धोनी वो कुछ हासिल नहीं कर पाए जो एक बल्लेबाज के तौर पर वो कर सकते थे। कई बार एक कप्तान के तौर पर आपको टीम को पहले रखना होता है। अगर एम एस धोनी कप्तान ना होते तो फिर वो तीसरे नंबर पर ही बैटिंग करते और मुझे पूरा यकीन है कि वो तब वनडे के कई सारे रिकॉर्ड्स तोड़ देते। उन्होंने कई सारी ट्रॉफी जीती हैं लेकिन इन ट्रॉफीज के लिए उन्होंने अपने इंटरनेशनल रनों का त्याग कर दिया।”
आपको बता दें कि, गंभीर ने इससे पहले भी एशिया कप के एक मैच के दौरान धोनी की तारीफ की थी। गंभीर के मुताबिक रोहित शर्मा ने अपने करियर में जो कुछ भी हासिल किया है, उसके पीछे काफी हद तक वजह महेंद्र सिंह धोनी हैं। गंभीर के मुताबिक धोनी ने उनके शुरुआती संघर्ष के दौर में लगातार उनका समर्थन किया।
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