
Abhishek Sharma And Harbhajan Singh (Pic Source-X)
भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 2 फरवरी को खेले गए पांचवें और अंतिम टी20 मैच में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 135 रन की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली थी। अभिषेक शर्मा टी20 क्रिकेट में दूसरे सबसे तेज शतक बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बने थे।
यही नहीं इस मैच के दौरान अभिषेक शर्मा ने गेंदबाजी में भी अपना जलवा दिखाया था और दो महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए थे। भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने अभिषेक शर्मा को लेकर अपना पक्ष रखा है। हरभजन सिंह का मानना है कि अभिषेक शर्मा को अपनी गेंदबाजी में भी ज्यादा से ज्यादा काम करना होगा।
इंडिया टुडे के मुताबिक हरभजन सिंह ने कहा कि, ‘मैं अभिषेक शर्मा को थोड़ी और गेंदबाजी करते हुए भी देखना चाहता हूं। वो काफी अच्छे गेंदबाज हैं। मैंने उनके करियर के शुरुआती दिनों में जब देखा था तो उनका सीम पोजीशन भी जबरदस्त था। हालांकि जितनी मेहनत अभिषेक बल्लेबाजी में करते हैं उतनी उन्होंने गेंदबाजी में नहीं की है। जब भी युवा खिलाड़ी मुझे मिलते हैं और अभी भी मैं उन्हें यह याद दिलाता हूं कि हमें गेंदबाजी के बारे में पहले बातचीत करनी चाहिए।
बल्लेबाजी उनका पहला प्यार है और उसी में वो आगे बढ़ना चाहेंगे। लेकिन उन्हें अपनी गेंदबाजी में भी काफी काम करना होगा। अभिषेक के पास बाएं हाथ के अच्छे स्पिनर बनने की सभी क्वालिटी है। वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके पिता भी उनके करियर को लेकर काफी गंभीर है।’
जब अभिषेक शर्मा के डेब्यू को लेकर हरभजन सिंह ने रखा था अपना पक्ष
अभिषेक शर्मा ने अभी तक पंजाब की ओर से 24 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं। इस धमाकेदार बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी 2017 में अपना पहला मैच खेला था जिसमें 17 साल की उम्र में अभिषेक शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 94 रन बनाए थे।
हरभजन सिंह ने कहा कि, ‘शुरुआत से ही वो बिना किसी डर के क्रिकेट खेलते हैं। उन्हें इससे कोई मतलब नहीं है कि सामने कौनसा गेंदबाज है। अगर गेंद उनके पाले में है तो वो शॉट लगाने को जरूर देखेंगे। मुझे याद है कि एक चार दिवसीय खेल में बाउंड्री के पास मिडविकेट की ओर फील्डर खड़ा हुआ था और बाएं हाथ का स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था। लेकिन अभिषेक ने आगे जाकर छक्का जड़ा। मैं उन्हें बिल्कुल भी बदलना नहीं चाहता हूं। वो जिस तरीके से खेलते हैं उन्हें वैसा ही खेलना चाहिए।’