
R Ashwin & Suryakumar Yadav (Photo Source: X)
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने दावा किया है कि भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव को इंग्लैंड T20I सीरीज के दौरान खराब फॉर्म के बाद अपने बल्लेबाजी दृष्टिकोण में बदलाव करने की आवश्यकता है। सूर्यकुमार अपनी कप्तानी से भारत का नेतृत्व करने में सक्षम थे, लेकिन 5 मैचों की सीरीज में बल्ले से उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। 34 वर्षीय खिलाड़ी ने 5 मैचों में 5.60 की औसत से 28 रन बनाए।
सूर्यकुमार के खराब फॉर्म में सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि ऐसा लग रहा था कि वह संजू सैमसन की तरह लगातार एक ही तरह से आउट हो रहे थे। हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन ने कहा कि, सूर्यकुमार के लिए असली समस्या उनकी बल्लेबाजी है, कप्तानी नहीं। पूर्व स्पिनर ने बताया कि कप्तान और संजू सैमसन हर समय एक ही गेंद पर आउट हो रहे थे।
R Ashwin ने खराब फॉर्म से जूझ रहे Suryakumar Yadav को दी अहम सलाह
आर अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “तमिल में एक फिल्म है जिसका नाम है थिल्लू मिल्लु, जिसमें रजनीकांत दो अलग-अलग किरदार निभाते हैं, एक मूंछ वाला और दूसरा बिना मूंछ वाला। संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव को देखकर ऐसा ही लगता है।” अश्विन ने बताया है कि सैमसन और सूर्या का शॉट सिलेक्शन और आउट होने का अंदाज एक ही तरह का रहा है।
अश्विन ने कहा, “सेम बॉल, सेम फील्ड, सेम शॉट, सेम मिस्टेक, सेम तरीके से आउट। मैं समझ सकता हूं कि एक या दो मैचों में ऐसा हो सकता है, लेकिन लगातार होना यह एक हैरान करने वाला है। जब आपको पता हो कि आपके खिलाफ कोई रणनीति अपनाई जा रही है, तो यह आपकी जिम्मेदारी बन जाती है कि आप कोई नया जवाब खोजें। दोनों खिलाड़ियों की ओर से यह बहुत हैरान करने वाला रहा है।”
सैमसन इस सीरीज के दौरान बार-बार शॉर्ट गेंदों पर और तेज गति से आने वाली गेंदों पर आउट हुए हैं, जबकि सूर्यकुमार की ताकत का फायदा उनकी कमजोरी के तौर पर उठाया गया है, क्योंकि वह कई बार अपने सिग्नेचर फ्लिक स्कूप शॉट खेलते हुए आउट हुए हैं। अश्विन ने कहा, “सूर्या बहुत अनुभवी खिलाड़ी हैं। वह भारतीय क्रिकेट में बल्लेबाजी में बदलाव का हिस्सा थे, लेकिन मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि वह अपने दृष्टिकोण में थोड़ा बदलाव करें।” अश्विन ने सैमसन सलाह देते हुए कहा, “सैमसन के लिए दिमाग चालें चलेगा। अगर आपके दिमाग में कई सवाल हैं, तो यह मुश्किल हो जाता है।”